US-China Tension: ड्रैगन ने की दक्षिण चीन सागर में लाइव फायर ड्रिल की शुरुआत

फोटो सौ. (सीजीटीएन)
इस ड्रिल से चीन अमेरिका (America) को संदेश देना चाहता है, जिसने इस महीने अग्रिम पंक्ति के दो विमानवाहक पोतों को तैनात कर दिया. इसके साथ कई युद्धपोत भी हैं.
पिछले सप्ताह, पहली बार वॉशिंगटन ने दक्षिण चीन सागर में चीन के दावे को खारिज कर दिया है, जिसके बड़े हिस्से पर वियतनाम, फिलिपींस, मलेशिया, ब्रूनेई और ताइवान की ओर से दावा किया जाता है. इस ड्रिल से चीन अमेरिका को संदेश देना चाहता है, जिसने इस महीने अग्रिम पंक्ति के दो विमानवाहक पोतों को तैनात कर दिया. इसके साथ कई युद्धपोत भी हैं. इसके अलावा क्षेत्र में कई टोही विमान उड़ रहे हैं. हालांकि, पीएलए ने युद्धाभ्यास का विस्तृत ब्योरा नहीं दिया है. चाइनीज मिलिट्री एक्सपर्ट सोंग झोंगपिंग ने चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स को बताया कि एयरफोर्स के लाइव-फायर ड्रिल में आमतौर पर एयरक्राफ्ट और सतह के जहाजों को निशाना बनाने का अभ्यास किया जाता है. सोंग ने कहा, ‘ऐसे ड्रिल से हवा में बढ़त और दक्षिण चीन सागर में शत्रुओं के जहाज को निशाना बनाने का अभ्यास किया जाता है.’
ये भी पढ़ें: बांग्लादेश के बदले तेवर, पाकिस्तान-चीन की खातिर भारत को कर रहा इग्नोर
चीन की वायु सेना ने लाइव फायर ड्रिल की थीसोंग ने कहा कि एंटी-शिप अभ्यास में बैलिस्टिक मिसाइलों से सतह के बड़े जहाजों को लक्षित किया जा सकता है और भारीभरकम एंटी शिप क्रूज मिसाइल 300-400 किलोमीटर दूर के लॉन्ग रेंज स्ट्राइक भी कर सकते हैं. इस महीने चीन की वायु सेना ने लाइव फायर ड्रिल की थी और लड़ाकू विमानों को दक्षिण चीन सागर में अपने एक बेस पर भेजा था.