MP : राष्ट्रीय और धार्मिक पर्वों पर Covid-19 का साया, नहीं किए जा सकते बड़े आयोजन

कोरोना संक्रमण के मद्देनजर मध्य प्रदेश सरकार ने फैसला किया कि किसी भी तरह के राष्ट्रीय या धार्मिक आयोजन को छोटे पैमाने पर मनाया जाए. (प्रतीकात्मक फोटो)
मध्य प्रदेश सरकार ने फैसला किया है कि कोई भी धार्मिक त्योहार सार्वजनिक रूप से नहीं मनाया जाए. पूजास्थलों पर एक बार में 5 से ज्यादा व्यक्ति नहीं जुटें. इस बार स्वतंत्रता दिवस भी सीमित रूप से मनाया जाएगा.
15 अगस्त पर होने वाले आयोजन में भी भीड़ न जुटे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 को लेकर मंत्रालय में की बैठक में इस बात के निर्देश जारी किए हैं कि कोई भी धार्मिक त्योहार सार्वजनिक रूप से नहीं मनाया जाए. पूजास्थलों पर एक बार में 5 से ज्यादा व्यक्ति नहीं जुट सकेंगे. राज्य सरकार ने इस बार स्वतंत्रता दिवस भी सीमित रूप से मनाने का फैसला किया है. सरकार की कोशिश है कि धार्मिक और 15 अगस्त पर होने वाले आयोजन में कहीं भी भीड़ न जुटे.
होम आइसोलेशन को बढ़ावासीएम ने कहा है कि बिना लक्षण वाले कोरोना मरीज जो स्वेच्छा से घर पर ही रहना चाहते हैं और जिनके घर में पर्याप्त व्यवस्था है, उनके होम आइसोलेशन को बढ़ावा दिया जाएगा. होम आइसोलेशन के दौरान नियमित रूप से इलाज और मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाएगी. भोपाल में फिलहाल 42 व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. बैठक में बताया गया कि प्रदेश में रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है और मृत्यु दर कम हो रही है. प्रदेश का रिकवरी रेट 74.12 हो गया है और मृत्यु दर 2.5 पर आ गई है. प्रदेश में कोरोना के 8715 एक्टिव केस हैं.
कब कौन-सा त्योहार है प्रदेश में
9 अगस्त को आदिवासी दिवस, 12 अगस्त को जन्माष्टमी, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस, और 30 अगस्त को मुहर्रम है. लेकिन ये सभी त्योहार घर पर ही मनाने होंगे. इस बार कोई भी बड़ा पंडाल नहीं बनाया जा सकता है और न ही झांकी सजाई जा सकेगी. साथ ही कोई बड़ी प्रतिमा भी स्थापित नहीं हो सकेगी. राज्य सरकार ने पहले भी बकरीद और रक्षाबंधन पर भी किसी तरह की छूट नहीं दी थी. और अब सरकार की कोशिश है कि प्रदेश में मनाए जाने वाले त्योहारों पर भी भीड़ न जुटे, इसके लिए अभी से इंतजाम कर लिए जाएं. राज्य सरकार ने कलेक्टरों को जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक कर जरूरी गाइडलाइन जारी करने को भी कहा है.