सिटी बस फिर दौड़ेगी सड़कों पर टेंडर हुआ मंजूर प्रशासक के.हस्ताक्षर को पहुंची फाइल
लंबे समय से जाम पड़ी सिटी बस के पहिए एक बार फिर सड़कों पर दौड़ेंगे। बस ऑपरेटिंग के लिए टेंडर हो चुका है और फाइल अब निगम प्रशासक के पास पहुंच गई है।

शहरवासियों को जेएनएनयूआरएम योजना के तहत सिटी बस की मिली सौगात थी। नगर निगम के पास 50 डीजल बसें तथा 39सीएनजी बसे है। बसों का संचालन निगम द्वारा प्राइवेट ऑपरेटर के द्वारा कराया जाता है लेकिन बस संचालन में हो रहे घाटे के कारण कोई भी ऑपरेटर लंबे समय से आगे नहीं जा रहा था l
नगर निगम तीन बार टेंडर कॉल कर चुका है लेकिन एक ही अंतिम बार पूर्व के ठेकेदार ने ही सिंगल आवेदन किया। जिसे निगम को मंजूर करना पड़ा। नगर निगम से प्राप्त जानकारी के अनुसार उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेस लिमिटेड प्रति बस मासिक किराया 1651 रुपए कोट किया है जिसे मंजूरी के लिए निगम प्रशासक संभाग आयुक्त आनंद शर्मा के पास पहुंचाया है। मामले में खास बात यह है कि सिटी बस का किराया साल दर साल लगातार कम होता जा रहा है 2003 में जहां प्रति बस किराया 8500 था वही 2020 आते -आते हैं यह मात्र 1650 रह गया। प्रशासक के हस्ताक्षर होने के बाद सिटी ट्रांसपोर्ट कंपनी को 50 डीजल बसे हैंड ओवर कर दी जाएगी। माना जा रहा है कि 20 तारीख तक शहर की सड़कों पर बसें दौड़ेगी। डीजल बसों में से 20 बसों का संचालन शहरी क्षेत्र में होगा वही 30 बसों का संचालन संचालन भारी रूट पर किया जाएगा।