रीवा की बेटी खुशी सिंह की ऊंची उड़ान, एमपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में बनी स्टेट टॉपर

किसान परिवार में पली-बढ़ी खुशी सिंह ने 12वीं के कला संकाय के परीक्षा नतीजों में 500 में से 486 अंक हासिल किए हैं
मेरिट लिस्ट (Merit List) में टॉप पोजीशन हासिल करने वाली खुशी सिंह (Topper Khushi Singh) कला संकाय (आर्ट्स) की स्टूडेंट हैं. उन्हें 500 में से कुल 486 अंक प्राप्त हुए हैं जो इस संकाय में सबसे ज्यादा है. रीवा की बेटी खुशी सिंह भविष्य में शिक्षक बनना चाहती हैं
मेरिट लिस्ट में टॉप पोजीशन हासिल करने वाली खुशी सिंह कला संकाय (आर्ट्स) की स्टूडेंट हैं. उन्हें 500 में से कुल 486 अंक प्राप्त हुए हैं जो इस संकाय में सबसे ज्यादा है. खुशी ने बताया की इसका श्रेय वो अपने विद्यालय के शिक्षकों और परिवार के लोगों को देना चाहेंगी. उसने यह भी बताया कि लॉकडाउन के चलते परीक्षा में विलंब होने से उसे इसलिए कोई फर्क नहीं पड़ा क्योंकि उसने पहले ही अपना कोर्स कंप्लीट कर लिया था.
रीवा की बेटी खुशी सिंह भविष्य में शिक्षक बनना चाहती हैं. एक किसान परिवार में पली-बढ़ी खुशी सिंह हमेशा ही पढ़ाई-लिखाई में टॉपर रही हैं. मगर उसे स्कूल तक आने-जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इसके बावजूद उसने अपनी मेहनत से कामयाबी की ऊंचाइयों को छुआ है.

इस साल कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से एमपी बोर्ड के नतीजे जारी होने में देरी हुई (न्यूज़ 18 ग्राफिक्स)
एमपी बोर्ड के 12वीं के परीक्षा परिणाम में लड़कियों ने मारी बाजी
बता दें कि सोमवार को माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश के द्वारा कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित हुए. नतीजों में लड़िकयों का बोलबाला रहा. वहीं रीवा जिले के लगभग 65 प्रतिशत छात्र सफल हुए हैं.
एमपी बोर्ड की 12वीं क्लास की परीक्षा में इस बार प्रदेश के साढ़े आठ लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था. कोरोना वायरस की वजह से इस साल परीक्षाएं दो हिस्सों में आयोजित की गईं थीं. 12वीं की परीक्षाओं की शुरुआत दो मार्च से हुई थी, लेकिन कोरोना वायरस के चलते 19 मार्च तक वैकल्पिक विषयों समेत 17 विषयों के एग्जाम ही आयोजित किए गए. बाद में शेष बची परीक्षाएं नौ से 16 जून तक कराई गईं थी.